मंगलवार, 7 मई 2019

वाह रे मिडिया कर बहिन भाई


मोयं हिंदी मीडिया कर सभी मुर्धन्य आऊर पत्रकार मन से पूछेक चाहोंना कि संसार कर सबसे बड़, सबसे ज्यादा बिकवाला आऊर सबसे अधिक विस्तृत कोनो भी भाषा कर अखबार से ज्यादा ई हिंदी कर अखबार मुख्य धारा कर राजनेतिक खबर काले नी छापयं ना ? अंग्रजी अख़बार मने ही सारा स्टिंग ओपरेशन करयंना । अंग्रेजी अखबार ही सरकार कर आलोचना करेला। सारा विवादित आऊर प्रमुख पत्रकार तथा विशेष आदमी मन अंग्रेजी अख़बार में ही लिखयंना आऊर हिंदी कर अखबार हमरे के कभी मुख्य समाचार में दिल्ली में होवल चार हत्या, भोपाल में होलक सड़क दुर्घटना आऊर पटना में होलक बारिश कर खबर पढात रहयंना।
खैर टीवी कर तो मोयं बाते नी करेक चाहोंना ।
अंग्रेजी कर अख़बार भारत सरकार कर सभी नीति निर्धारण आऊर सरकार कर संसद में होवल या फिर केबनेट में होवल मुख्य बात पर कई पन्ना छाईप देवेला। अइसन में मन ई सवाल उठेला कि ई अंग्रेजी मीडिया ही देश कर गंभीर मुद्दा पर चर्चा काले करेला? काले ९८% हिन्दुस्तानी अखबार कर पाठक गंभीर बात के जानेक से वंचित रहे।


ई हिंदी मीडिया कर आदमी मन अपन प्रोफेशन से खिलवाड़ आऊर देश कर साथ देशद्रोह नीयर काम करथयं । हिंदुस्तान कर लोकतंत्र कर ताकत कर दम भरे वाल ई अख़बार वाला मन बड़ी चालाकी से ओहे लोकतंत्र कर रक्षक आऊर वोटर के महत्वपूर्ण नीति मनक जानकारी नी देवेक कर महापाप करथयं आऊर उकर से वोट डलवाथयं प्याज कर मुद्दा पर, खरबुज कर बीज पर, सड़क कर स्पीड ब्रेकर पर, नाली कर बंद होवेक पर, रोडवेज कर बस कर किराया बढेक पर आऊर संगी- साथी मन बाद में हमरे हें के आऊर विदेशी मन के भी बतायं ना कि ई दफे हिंदुस्तान कर वोटर बड़का जज्बा आऊर जागरूकता से प्रधानमंत्री कर विनवेश नीति/ विदेश नीति/ आऊर आदि आदि वगैरह वगैरह पर स्पष्ट बहुमत देलक । अरे बाही ऊ वोटर के तो पते नखे कि कौन चिडिया कर नीति कर बात करत हीस ? उके तो आपने अँधेरा में राईखा उके तो अपन इंडिया गेट कर बारिश से भीगल जवान जोड़ा छोड़ा - छोड़ी आऊर कार्टून कोने में ही व्यस्त राईखा अऊर आब अपन स्वार्थ ले उकर मन चाहां विश्लेषण कर लाईग हां मतलब कि गधे कर गलती और धोबी कर धुनाई। वाह रे मिडिया कर बहिन भाई !!

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