शनिवार, 5 अक्तूबर 2013

नाग्पुरी गीत - नींद न परे राती एहो दैया,

नाग्पुरी गीत - नींद न परे राती एहो दैया,

नींद न परे राती एहो दैया,
झुरत पलंग वैसी मने मन...
घायल बिहरबान, थिर न रहत प्राण
निसु दिने रे दैया
दहत मदन तन छने-छन.
सिहरी उठति छाती
नींद न परे राती एहो दैया,
झुरत पलंग वैसी मने मन...
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घासीराम

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